गड़िया देवरा में फिर रिसी गैस

गैस मलबा खाली कराया, तीसरे दिन भी निगम ने की मशक्कत


उदयपुर (नगर संवाददाता)। शहर के चांदपोल में गड़िया देवरा स्थित पुरानी सीवरेज लाइन से दो दिन से रिस रही मीथेन गैस बार बार प्रयासों के बाद बंद होने के बाद रविवार सुबह फिर से रिसने लगी। इस पर नगर निगम ने तुरंत कार्रवाई कर सीवर जेट मशीनों से लाइन में जमा मलबा खाली कराना शुरू कर दिया। दोपहर तक मलबा कम हो जाने पर गैस का रिसाव टूटा। जिला झील संरक्षण एवं विकास समिति के सदस्य तेजशंकर पालीवाल ने बताया कि गड़िया देवरा में दो दिनों से निकल रही गैस के चेम्बर का रविवार सुबह स्वास्थ निरीक्षक सभाष शर्मा ने अवलोकन किया तो गैस निकलती पाई। इस पर उन्होंने फयर ब्रिगेड की गाडी बुलवाई। स्वास्थ्य अधिकारी नरेन्द्र श्रीमाली भी वहां आए और सीवर जेट की दो मशीनें मंगवाकर मलबा खाली कराना शुरू किया। सुबह सात बजे से यह कार्रवाई दोपहर 12 बजे तक चली। तब जाकर गैस का रिसाव कम पड़ता गया।



उप महापौर पारस सिंघवी ने पालीवाल से मौके की जानकारी ली। पालीवाल ने बताया कि उन्होंने 15 वर्षों में कभी किसी सीवरेज चेम्बर से ऐसे गैस निकलते नहीं देखा। पालीवाल ने बताया कि उनका मत है कि गड़िया देवरा से गणगौर घाट के बीच में तीन सीवरेज लाइनें हैं। पहली लगभग 40 वर्ष पुरानी, दसरी वर्ष 2004 में डली और तीसरी हाल ही स्मार्ट सिटी परियोजना में बिछाई गई। उनका कहना है कि पुरानी लाइनों के मेनहोल में मिट्टी भरकर उनको पाटा नहीं जा सका है, जिससे कि उसमें भरी सीवर, मलबे, गटर से यह जहरीली गैस बार बार बनकर निकल रही है। क्योंकि दिन में तापमान भी बढ रहा है, जिससे गैस को पैदा होने का मौका मिल रहा है। यह जानकारी उन्होंने निगम के स्वास्थ्य अधिकारी नरेन्द्र श्रीमाली को भी दी।